बधैया बाजे

श्री राम के अवतार लेते ही अयोध्या के घर आँगन में बधाई गीत गूँज उठे ।

बधैया बाजे, आंगने में बधैया बाजे ॥

राम लखन शत्रुघन भरत जी ,
झूलें कंचन पालने में ,
बधैया बाजे, आंगने में बधैया बाजे ॥

प्रेम मुदित मन तीनों रानी
सगुन मनावैं मन ही मन में ,
बधैया बाजे, आंगने में बधैया बाजे ॥

राजा दसरथ रतन लुटावै ,
लाजे ना कोउ माँगने में ,
बधैया बाजे, आंगने में बधैया बाजे ॥

राम जनम को कौतुक देखत ,
बीती रजनी जागने में ,
बधैया बाजे, आंगने में बधैया बाजे ॥



© श्री राम गीत गुंजन

Shri Ram Geet Gunjan
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